World Hindi Day 2023: हिंदी दिवस हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है इस दिन 14 सितंबर 1949 को संविधान के सदस्यों ने यह निर्णय किया कि हिंदी संपूर्ण केंद्र सरकार की श्रेष्ठ वा अधिकारिक भाषा होगी भारत में अधिकतर क्षेत्रों में ज्यादातर हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाता है हिंदी भाषा ज्यादा लोकप्रिय होने के कारण यह निर्णय लिया गया कि हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया जाए तथा हिंदी को सभी क्षेत्रों में प्रसारित करने के लिए वर्ष 1953 से संपूर्ण भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस (Hindi Diwas 2023) के रूप में मनाया जाता है।
World Hindi Day 2023 | विश्व हिंदी दिवस और इसका इतिहास
स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित करवाने के लिए कुछ महान लोगों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और अथक प्रयास कर सफलता प्राप्त की –
- काका कालेलकर
- हजारी प्रसाद द्विवेद
- सेठ गोविंद दास
- राजेंद्र सिंह
काका कालेलकर जी (बालकृष्ण ) Kaka Kalelkar ji
काका कालेलकर जी ( Kaka Kalelkar ji ) का जन्म सन 1885 में महाराष्ट्र के सतारा में हुआ था व इनकी मृत्यु 21 अगस्त 1981 नई दिल्ली में हुई काका कालेकर जी को उनके चाहने वाले कुछ अन्य नामों से भी संबोधित करते हैं, जिनमें कुछ नाम दत्तात्रेय, बालकृष्ण, काका साहब, आचार्य कालेलकर, जी मुख्य रूप से शामिल है। काका कालेलकर जी लेखन मैं अत्यधिक रूचि रखते थे। वह उनके कुछ मुख्य पेशे जैसे पत्रकार स्वतंत्रता सेनानी गुजरात विद्यापीठ के कुलपति हैं इनमें प्रमुख रूप से निष्ठा मूर्ति, कस्तूरबा संस्मरण, यात्रा सर्वोदय, हिमालय प्रवास, लोकमाता, पास के पड़ोसी, उस पार के पड़ोसी शामिल हैं।
काका कालेलकर जी हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बांग्ला जैसी प्रसिद्ध भाषाओं में प्रवीण थे वह आधुनिक काल के साहित्यिक थे काका कालेलकर जी को साहित्य अकादमी पुरस्कार 1964 व पद्म विभूषण 1969 जैसे सर्वोच्च पुरस्कारों से पुरस्कृत किया।
हजारी प्रसाद द्विवेदी (बैद्यनाथ द्विवेदी जी ) Hazari Prasad Dwivedi
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का जन्म 19 अगस्त 1907 मैं उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ हजारी प्रसाद द्विवेदी जी पूर्ण रूप से भारतीय थे हजारी प्रसाद द्विवेदी जी की मृत्यु 19 मई को हुई उन्होंने अपनी अंतिम सांस भारत की राजधानी दिल्ली में ली ।
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी आधुनिक काल के साहित्यकार थे इनकी साहित्य की भाषा हिंदी थी हिंदी साहित्य विद्या में निपुण थे साहित्य के नाम इस प्रकार है हिंदी निबंध कार आलोचक और उपन्यासकार ( essayist critic and novelist)
हजारी जी को बचपन में बैद्यनाथ द्विवेदी जी के नाम से बुलाया जाता था इनकी पत्नी का नाम भगवती देवी था।
सेठ गोविंद दास ( जबलपुर ) Seth Govind Das
सेठ गोविंद दास जी का जन्म 16 अक्टूबर 1896 ईसवी में हुआ इनके जन्म का स्थान मध्य प्रदेश के जबलपुर में है। सेठ गोविंद दास जी ने अपनी अंतिम साँस 18 जून 1974 में ली । सेठ गोविंद दास जी की पत्नी गोदावरी बाई थी इनके 2 पुत्र जगमोहनदास, मनमोहन दास व दो पुत्रियां रत्नाकुमारी पदमा थी।
सेठ गोविंद दास जी आधुनिक काल के साहित्यकार थे इन्होंने मुख्य रूप से कुछ रचनाएं की जो इस प्रकार हैं:- चंपावती, कृष्ण लता, सोमलता, विश्व प्रेम, सप्तरश्मी, अष्टदश, एकादशी, पंचभूत, चतुष्पथ, आप बीती, जगत बीती है। सेठ गोविंद दास जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे ।
राजेंद्र सिंह (जबलपुर) Rajendra Singh
राजेंद्र सिंह जी का जन्म 14 सितंबर को मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुआ था।
राजेन्द्र सिंह जी ने अमेरिका में भाषण दिया था जिसकी सर्वाधिक प्रशंसा हुई जिसने विश्व सर्व धर्म सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया इन्होंने अमेरिका में हिंदी भाषा का चयन कर भाषण दिया राजेंद्र सिंह जी का संस्कृत बंगला मराठी गुजराती मलयालम उर्दू अंग्रेजी में अच्छा अधिकार था।
हिंदी दिवस 10 जनवरी | World Hindi Day 2023
हिंदी दिवस (Hindi Diwas) 10 जनवरी को क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी (World Hindi Day) को हर साल मनाया जाता है क्योंकि इस दिन 1975 में नागपुर में पहले विश्व हिंदी सम्मेलन को आयोजित किया था। इसमें बहुत से देशों ने भाग लिया जिनकी गिनती 30 है व जिसमे 122 प्रतिनिधि शामिल है, इस सम्मेलन में मुख्यता हिंदी भाषा को मुख्य भाषा के रूप में संपूर्ण दुनिया में हिंदी का प्रचार प्रसार कर हिंदी भाषा को बढ़ावा देना था। इसलिए इसे हिंदी भाषा की वर्षगांठ के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस को प्रथम बार 2006 में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा संपूर्ण दुनिया में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया था। तभी से 10 जनवरी को सभी भारतवासी इस दिन Hindi Diwas को मनाते हैं ।
इस दिन सभी सरकारी व प्राइवेट संस्थाओं में अत्यधिक हर्ष के साथ हिंदी दिवस मनाया जाता है स्कूलों व कॉलेजों में स्टूडेंट सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर अपना उत्साह बढ़ाते हैं हिंदी दिवस के उपलक्ष में निबंध गीत साहित्य आदि मैं उत्साह पूर्वक भाग लेकर हिंदी दिवस को मनाया जाता है
हिंदी भाषा भारत के अलावा और किन देशों में बोली जाती है ?
हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है, जो भारत के अलावा नेपाल, मॉरीशस, टोबैगो, सूरीनाम, फिजी, गुयाना और त्रिनिदाद में राजभाषा के रूप में हिन्दी भाषा प्रचलित है ।
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