ठण्ड व वर्षा विचार :-
Varsha Phalam 2023:- जब सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, उसी समय से ही भारत के विभिन्न प्रांतों में वर्षा का आगमन माना जाता है। इस वर्ष आर्द्रा का प्रवेश मेष लग्न, कर्क राशि में हो रहा है। लग्नेश मंगल चतुर्थ भाव में शुक्र और चन्द्रमा के साथ बैठा है, जो अच्छी वर्षा के योग बनाता है। रोहिणी का निवास समुद्र तट पर है प्रचुर वर्षा के योग बनाता है। उत्तर और दक्षिण भारत में कहीं अच्छी वर्षा तो कहीं अत्याधिक वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। शनि की लग्न पर दृष्टि होने से पश्चिमी भागों में वर्षा की कमी होगी, ईशान कोण में सामान्य, अग्नि कोण और नैऋत्य कोण में असामान्य वर्षा के योग हैं। कहीं बाढ़, भूस्खलन से हानि होगी तो कहीं सूखे की स्थिति निर्मित होगी परन्तु फसल की पैदावार अच्छी रहेगी। आइये जानते हें २०२३ का 12 mahine ka mosam.
जनवरी- तारीख 1 से 6, 10, 11, 15, 18 एवं 27 के लगभग शीतलहर, कोहरा, धुंध, कहीं-कहीं खण्डवृष्टि, प्राकृतिक प्रकोप से हानि होगी। समुद्री तटवर्ती क्षेत्रों में तूफान, चक्रवात का योग है। फसलों में कीट- पतंगों का प्रकोप बढ़ेगा, कोहरा व धुंध से यातायात बाधित होगा।
फरवरी – 4 से 9, 13 से 17, 24 से 28 के मध्य हवा का जोर रहेगा, बादल चाल, बूँदा-बांदी, कहीं ओपल वृष्टि भी हो सकती है। माह के क पूर्वार्द्ध में शीत प्रकोप रह सकता है।
मार्च – तारीख 1 से 6 और 10 से 18 तक कहीं-कहीं बादल चाल, बूँदा-बांदी होगी। उत्तर भारत में वायु वेग के साथ ऋतु परिवर्तन का अनुभव होगा। प्राकृतिक प्रकोप, जन स्वास्थ्य में परेशानियाँ बढ़ेंगी।
अप्रैल – तारीख 7, 8, 16, 22 से 27 के लगभग मुम्बई, आसाम, क उड़ीसा, पश्चिमी राजस्थान एवं उत्तर भारत के कुछ भागों में वायु वेग के साथ खण्डवृष्टि और तापमान में वृद्धि होगी। कहीं ओला वृष्टि से नुकसान होगा।
मई – तारीख 4, 6, 10, 12 से 16 एवं 25 के लगभग महाराष्ट्र, उड़ीसा, सिलोंग, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, जम्मू-कश्मीर में गर्जना के साथ कहीं-कहीं खण्डवृष्टि तो कहीं अच्छी वर्षा का योग है। कहीं वायुवेग, मेघ अग्निकांड से हानि होगी। तापमान में तेजी से वृद्धि होगी। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार आदि में लू के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहेगा।
जून – तारीख 5 से 8, 14 से 19 एवं 26 से 30 के मध्य पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, महाराष्ट्र, उड़ीसा, केरल, बंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में कहीं अच्छी वर्षा तो कहीं-कहीं बूँदा-बांदी, वायु वेग का योग है। कुछ प्रांत बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
जुलाई – तारीख 2, 5, 6, 9, 10, 13, 20, 27, 29 के मध्य – मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, आसाम, बिहार, महाराष्ट्र एवं समुद्री इलाकों के अलावा अन्य क्षेत्रों में अच्छी वर्षा, कहीं-कहीं तूफान, बाढ़ की स्थिति बनेगी। उत्तर भारत में भूस्खलन हो सकता है। आकाशीय बिजली गिरने से हानि होगी। वहीं कुछ भाग में सूखे की स्थिति भी बनेगी।
अगस्त – तारीख 3 से 9, 11 से 17, 18, 21 से 25, 30 और 31 के मध्य उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, बंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि में खुले कहीं-कहीं जोरदार वर्षा, बाढ़, तूफान, प्राकृतिक प्रकोप, चमक-धमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने से हानि होगी। कहीं सामान्य तो कहीं अतिवृष्टि होगी। हिमाचल में भूस्खलन से हानि होगी ।
सितम्बर- तारीख 5 से 9, 11 से 16, 21 से 27 के लगभग भारत के उत्तरीय एवं पश्चिमी भाग मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र आदि में बादल चाल, वायु 5. वेग के साथ अनेकत्र खण्डवृष्टि तो कहीं अतिवृष्टि होगी।
अक्टूबर – 5 से 8, 14 से 17, 24 से 27 के आसपास सामान्य बादल चाल, बूंदा-बांदी का योग है। उत्तर भारत में शरद ऋतु का प्रभावढ़े बाड़ेगा। तापमान की अधिकता से उमस में वृद्धि होगी।
नवम्बर – तारीख 3 से 7, 15 से 17 और 26 से 30 के आसपास उत्तर एवं मध्य भारत में वायु वेग से बूंदाबांदी होगी। उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा और हिमाचल, कश्मीर, उत्तराखंड में जोरदार हिमपात होगा।
दिसम्बर – तारीख 2 से 5, 16 से 19 और 28 से 30 के मध्य कहीं- कहीं वायु वेग के साथ-साथ खण्डवृष्टि भी सम्भव है। देश में लगभग शीतलहर जारी रहेगी। पर्वतीय भू-भाग में अच्छी हिमवर्षा का योग है।