Motivational Quotes in Hindi : अक्सर हम अपने जीवन में चल रही घटनाओं में इतने व्यस्त हो जाते हैं की अपने जीवन में चल रही व्यस्तता में इतना मगन हो जाते हैं कि स्वयं को भूल कर दूसरों के हिसाब से जीना शुरु कर देते हैं।
साधारण शब्दों में हम यह कह सकते हैं कि अपनों के कार्यों या जिम्मेदारियों में हम यह तो भूल ही जाते हैं कि हम कौन हैं वह हमारा वजूद क्या है। इस समय हमारी मदत, प्रेरणाये करती हैं हम भूल जाते हैं कि हम भी एक इंसान हैं और हमारा भी जीवन है जिसे हमें जीना है खुशी व प्रेम सब कुछ भूल कर हम दूसरों के लिए जीने लगते हैं उनकी खुशी में अपनी खुशी देखकर खुश होने लगते हैं हमें लगता है कि हम भी कुछ कर सकते हैं और कुछ बन सकते हैं या अपने जीवन में कुछ करना चाहते हैं हम सोचने लगते हैं पर कोई निर्णय नहीं ले पाते हैं उस समय हम स्वयं को अकेला महसूस करने लगते हैं तब हमें लगता है हम क्या करें जिसमें कुछ अच्छा हो उस समय हमें प्रेरणा (Motivation) की आवश्यकता महसूस होती है।
प्रेरणा से प्रेरित होकर हम स्वयं को खोज सकते है। और कुछ नहीं बल्कि वह सब कुछ कर देते हैं जो हम चाहते हैं । स्वयं को पहचान कर किसी मुकाम (जो हम बनना चाहते थे ) तक पहुंच जाते हैं मोटिवेशन प्रेरणा एक ऐसी चीज है जो व्यक्ति में उसे अपने जीवन में वापस भेजने का काम करती है । व्यक्ति के जीवन में एक आशा की नई किरण लाती है प्रेरणा व्यक्ति को उसके जीवन के मुख्य उद्देश्य को प्राप्त करने में सहायता करती है । मोटिवेशन का व्यक्तित्व के जीवन में बहुत महत्व होता है जिससे वह अपनी इच्छाओं वा खुशियों को वापस से हासिल कर लेता है।
- आंतरिक प्रेरणा (internal motivation)
- बाहरी प्रेरणा (external motivation)
आंतरिक प्रेरणा internal motivation :- आंतरिक प्रेरणा से सीधा आशय हमारी स्वयं के अंदर आने वाले बदलाव से है किसी व्यक्ति वस्तु आदि से मिली हुई सीख जहां पर ना उसे हम अपने जीवन में आदर्श मानकर कार्य करते हैं जिससे हम अपनी मंजिल पर आसानी से पहुंच जाते हैं आंतरिक प्रेरणा होती है यह किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति जो परेशान व दुखी हो उसे उसके कार्य के प्रति प्रोत्साहन देना ही प्रेरणा कहलाता है।
Motivational Quotes in Hindi
उदाहरण :- एक व्यक्ति जिसने बड़ी कठोर परिश्रम से अपना कारोबार शुरू किया बहुत गरीबी से बहुत अमीरी तक पहुंचा और अचानक उसके पास से सारी संपत्ति धन छिन जाए या उसे कोई कारोबार में नुकसान हो जाए और वह बैंक से लिया हुआ लोन भी ना चुका पाए या यूं कहें यूं कह सकते हैं कि वह रातों-रात रोड पर आ गया। वह एक गार्डन के एक कोने में बैठ कर रो रहा था स्वयं को अकेला पाकर अंधेरी रात में खो गया और जैसे अत्यधिक निराश होकर ईश्वर को कोस रहा था वह सोचने लगा कि अपना जीवन समाप्त किया जाए अब वह कुछ भी नहीं कर सकता तभी अचानक से उसके कंधे में कुछ एहसास हुआ और वह पीछे पलट कर देखने लगा उसने देखा कि वह एक बूढ़ा आदमी है जिसका हाथ उसके कंधे में है और तभी वह बूढ़ा आदमी उससे कहता है-
क्या हुआ तुम ठीक हो वह कुछ नहीं कहता तब वह बूढ़ा फिर उसे पूछते हुए वहीं बैठ जाता है और बोलता है मैं बहुत बड़ा आदमी हूं तुम्हें कोई समस्या है तो मुझसे कह सकते हो शायद मैं तुम्हारे लिए कुछ कर सकूं तभी वह आदमी उस बूढ़े को सारी बात बताता है और वह बूढ़ा अपने जेब से एक चेक बुक निकालकर एक चेक में साइन कर उसके हाथ में रख कर बोलता है यह लो 1करोड़ रुपए और इससे तुम अपना व्यवसाय फिर से शुरू करो और जब तुम इससे अधिक रुपए कमा लो इतना कमा लो कि पहले से ज्यादा अमीर बन जाओ तब मुझे यह पैसे लौटा देना वह आदमी उठता है और सोचता है इतना बोल कर वह बूढ़ा बोलता है कि मैं रोज ईसी जगह घूमने आता हूं तो मुझे यही मिल सकते हो और वह चला जाता है तभी वह आदमी सोचता है कि सोचता ही रह जाता है कि यह बूढ़ा जो मुझे जानता तक नहीं और मुझे इतने पैसे देकर चला गया ऐसे मुझ में इतना विश्वास है कि यह बिना जाने इतने पैसे देगया तभी वह व्यक्ति भी उठ कर चला जाता है ।
और अपनी पुरानी कुछ संपत्ति को बेचकर वह कुछ गिरवी रखकर अपना व्यवसाय शुरू करता है और वह उस चेक का उपयोग नहीं करता है वह सोचता है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह चेक तो है और वह पहले से भी ज्यादा अमीर बन जाता है 1 साल बाद जब वह वापस उस गार्डन में जाता है तो उसे उस गार्डन की दीवार में एक नोटिस चिपका हुआ मिलता है और उसी बूढ़े की तस्वीर के साथ लिखा है कि यह बूढ़ा पागल है खुद को करोड़पति समझता है जहां भी देखें तो कृपया कर पागल खाने पर संपर्क करें। वह व्यक्ति हसी से लोटपोट हो जाता है, और आंतरिक प्रेरणा देने के लिये उस बूढ़े व्यक्ति को धन्यवाद करता है ।
व्यक्ति के अंदर जागने वाली प्रेरणा ही आंतरिक प्रेरणा होती है किसी की बातें हमें प्रेरित कर सकती हैं जब हम उदास हो जाते हैं तो हमारे अंदर सोचने समझने की शक्ति नहीं होती उस समय हमें किसी अन्य व्यक्ति से सुनी ही बातें हमारे जीवन में प्रेरणा का काम करती हैं।
बाहरी प्रेरणा external motivation :- बाहरी प्रेरणा क्या आप जानते हैं बाहरी प्रेरणा ऐसी प्रेरणा है जिसमें व्यक्ति अपनी स्मरण से नहीं बल्कि मजबूरी से कार्य करता है या किसी प्रलोभन से। इसमें व्यक्ति जिम्मेदारी के रूप में करता है इसमें व्यक्ति को प्रलोभन देकर कार्य कराया जाता है जैसे कर्मचारियों को वेतन या ज्यादा भत्ता तनखा का प्रलोभन मिलता है । तब वह खुश हो या ना हो उन्हें कार्य करना ही पड़ता है उदाहरण के लिए गधे से काम करवाने के लिए उसके सामने गाजर लटका कर रखी जाती है व समय-समय पर उसे थोड़ी-थोड़ी खाने को दी जाती है वह उस गाजर के लालच में सामान इधर से उधर पहुंचाता है परंतु ऐसी प्रेरणा या यह प्रलोभन ज्यादा समय तक नहीं चलता है इससे व्यक्ति अपनी मंजिल तो हासिल कर लेता है पर ज्यादा समय तक वह इस प्रलोभन के साथ नहीं जी सकता है यह कम समय के लिए होती है इसे ही बाहरी प्रेरणा कहा जा सकता है।