SRDnews रीवा/ मध्य प्रदेश: ऐरा पशु मुक्ति अभियान समिति द्वारा कमिश्नर कार्यालय के समक्ष किसान सत्याग्रह आठवें दिन जारी रहा। महिला शक्ति का नेतृत्व करते हुए उपवास पर बैठी श्रीमती सीमा द्विवेदी ने कहा कि ऐरा पशुओं का व्यवस्थित प्रबन्धन महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रभावी भूमिका अदा कर सकता है व ग्रामीण महिलाओं की आय बढ़ाने में सहयोगी होगा।
ऐरा पशु मुक्ति अभियान
समिति संयोजक पूर्णानन्द तिवारी ने कहा कि गौशालाओं और गौ वन्य विहार का निर्माण कर उनके संचालन की जिम्मेदारी महिला समूहों को दी जाय। गौवंशों का संवर्धन कर महिलाओं को डेयरी उद्योग, गौ उत्पाद निर्माण के लिए विशेष प्रशिक्षण व प्रोत्साहन देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है। शासन प्रशासन द्वारा ऐरा गौवंशों का व्यवस्थित प्रबन्धन किया जाय तो न केवल किसानों और किसानी नष्ट कर रही ज्वलंत समस्या से छुटकारा मिलेगा बल्कि, ग्रामीण महिलाओं की आजीविका का साधन भी बनेगा। ऐरा पशुओं की आपदा ग्रामीण महिलाओं की आय बढ़ाने का अवसर बन सकती है। समिति की मांग गौ कैबिनेट का गठन व पारदर्शी तरीके से गोबर खरीदी से देसी गायपालन को प्रोत्साहन मिलने के साथ किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
धरने में समाजसेवी सुनीता विश्वकर्मा, लक्ष्मी चौधरी, मीनाक्षी गौतम, कामिनी द्विवेदी, पूनम पटेल, नीलम, शीला, अनीता, ममता, आरती साकेत, नीता, सियावती, समाजसेवी मोतीलाल मिश्र गोंदरी, म प्र किसान सभा के जिला महासचिव रामजीत सिंह, विंध्य संग्राम परिषद के मुनींद्र तिवारी, किसान नेता देवतालाब हीरामणि मिश्र, किसान नेता इंद्रजीत सिंह संखू, एडवोकेट ऋतुराज अनूप सिंह धोनी, सत्येंद्र तिवारी, नितिन तिवारी आदि ने किसान सत्याग्रह को समर्थन दिया।
निवेदन द्वारा विनोद शुक्ला
महासचिव, ऐरा पशु मुक्ति अभियान समिति, रीवा