Great Indian bustard :- ग्रेट इंडियन बस्टर्ड एक चिड़िया है और यह ग्रास लैंड में रहती है। इनकी हॉरिजॉन्टल body होती है। और उनके लंबे लंबे पैर होते हैं। यह सूखे क्षेत्र में पाई जाती है। IUCN की list में endangered species है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2018 में यह सिर्फ 150 थे। भारत के वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट 1972 के अंतर्गत यह protected पक्षी है।
आमतौर पर यह राजस्थान में ही पाई जाती है और इसके अलावा यह कर्नाटक ,महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, डिजर्ट नेशनल पार्क, तथा जैसलमेर में भी पाई जाती है। पर इनकी जनसंख्या का आंकड़ा दिन पर दिन कम होता जा रहा है। इसलिए यह ग्रेट इंडियन बस्टर्ड Great Indian bustard को बचाना बहुत ही जरूरी है। राजस्थान के पोखरण का “firefly bird diversity” Great Indian bustard को बचा रहा है।
Great Indian bustard की संख्या हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन से हुई कम
पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने wildlife conservation society के साथ मिलकर ” Firefly Bird diverter ” high transmission Line पर लगाएंगे। National green tribunal के अनुसार High voltage transmission line की बहुत ही बड़ा खतरा है ग्रेट इंडियन बस्टर्ड को | क्योंकि ग्रेट इंडियन बस्टर्ड की 15% जनसंख्या इस हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन से ही कम हुई है।
” Firefly (flaps) Bird diverter ” क्या है?
अगर यह पक्षी हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन के 50 मीटर दूरी तक आती है वैसे ही यह फायरफ्लाई डायवर्टर ( जो high transmission line पर लगाएंगे) यह चमकने लगेंगे और इस तरह ग्रेट इंडियन बस्टर्ड पक्षी इस चमकने वाली फ्लैट्स अर्थात डायवर्टर को देख लेगी उनको इस तरह पता चल जाएगा कि यह हाई ट्रांसमिशन लाइन है। छोटी चिड़िया आसानी से हाई ट्रांसमिशन लाइन को देख सकती है ।पर बड़े पक्षी इतने आसानी से नहीं देख पाते। तो इस तरह “फायर फ्लाई बर्ड डायवर्टर ” लगने से इनकी जनसंख्या में इजाफा होगा।
यह ” Firefly Bird diverter ” chacha से dholiya गांव तक लगेगा। जो कि पोखरण (राजस्थान) में स्थित है। “Firefly Bird diverter ” लगाने के लिए राजस्थान फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से सलाह ली गई थी। 1,813 ” Firefly Bird diverter ” को 6.5 किलोमीटर में लगाए गए हैं। अर्थात 1 किलोमीटर पर 300″ Firefly Bird diverter ” लगाए गए हैं। flaps रात में चमकते हैं जुगनू जैसे। तो इस तरह अगर रात में भी यह पक्षी इस ट्रांसमिशन लाइन के पास से गुजरता है तो आसानी से बच सकेंगे। चुकीं रात में यह firefly के जैसे चमकते हैं। इसलिए इसे ” Firefly Bird diverter ” कहां गया है।
National green tribunal ने केंद्र को 4 महीने का diverter लगाने का समय दिया हैं। की सभी सोलर और wind line पर diverter लगाने को कहा है।
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Diverter लगाने की शुरूआत कब से हुई ?
एक NGO ( centre for wildlife and environment) ने पिटीशन फाइल की थी पीआईएल डाली गई थी भानु बंसल द्वारा। और इनके advocate थे gaurav Kumar Bansal ।
उन्होंने बोला कि Great Indian bustard को बचाने की बहुत ज्यादा जरूरत है क्योंकि यह खत्म होने की कगार पर है इसलिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा कि यह diverter लगाना अनिवार्य है। और अंडर ग्राउंड लाइन बिछाई जाए । हालांकि इसमें खर्चा ज्यादा आएगा पर कई पक्षियों की इससे जान बचाई जा सकती है ।
इस बेंच को head Adarsh Kumar goyal कर रहे थे और direction भी दिए great indian bustard जो एक heaviest fly bird है जिसके कारण जब यह हाइ ट्रांसमिशन लाइन से टकराती है तो बचने का गुंजाइश शुन्य हो जाती है इसलिए इन पक्षियों की जनसंख्या को देखते हुए और पर्यावरण संतुलन के लिए यह डायवर्टर लगाए गए हैं।
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