चाय और चरित्र
जब भी गिरते है,
दाग जरूर लगते है।
दुनिया वो किताब है,
जो कभी नहीं पढी़ जा सकती,
लेकिन जमाना वो अध्यापक है,
जो सबकुछ सिखा देता है !!
“”सदा मुस्कुराते रहिये””.. 😊☺️ 😊 ……...श्रीमति माधुरी बाजपेयी
अपनी तारीफ तो हर कोई खुद से कर सकता है लेकिन जब लोग आपकी तारीफ करने लगे तो समझ जाना आप सही रास्ते पर जा रहे है।
बिना सोचे समझे बोलने से कही बेहतर सोच समझकर बोलना होता है कम बोले लेकिन हमेसा उचित ही बोले
कल को किसने देखा, तो कल का क्यों इन्तजार करना, जो करना है अभी से शुरू कर देना बेहतर होता है
अगर आप अच्छा सोचते है तो आप हमेसा अच्छा ही करेगे।।
🙏💐शुभ प्रभातम💐🙏