New Delhi:-
सोना खरीदारों के लिए बहुत बड़ी खबर है। सोने की कीमत में पिछले 7 महीने में तकरीबन 13 हजार रुपये तक की गिरावट आ चुकी है। पिछले साल 7 अगस्त 2020 को सोना अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। सोने की कीमत इस दिन 56200 के पार हो गई थी। इसकी तुलना सोने की कीमत में अबतक करीब 13 हजार रुपये तक की गिरावट आ चुकी है।
हालांकि सोने की कीमत में आज यानी 2021 के मार्च महीने के तीसरे कारोबारी हफ्ते के पहले दिन थोड़ी बढ़त देखी जा रही है। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.4 फीसदी बढ़कर 44,915 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि चांदी वायदा 0.6 फीसदी बढ़कर 67,273 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले सत्र में, सोना एक साल के निचले स्तर के करीब पहुंच गया था। पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सोने का निचला स्तर 44,059 रुपये प्रति दस ग्राम था। वहीं चांदी की कीमत 65,958 रुपए प्रति किलोग्राम है।
अगर आप शादी ब्याह के लिए खरीदारी करने की सोच रहे हैं तो इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा। हालांकि आप अगर सोने में निवेश करना चाहते हैंतो कुछ समय और रुक सकते हैं। सर्राफा बाजार के जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में सोना और सस्ता होगा। माना जा रहा है कि सोना 1500 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है, जिसके बाद इसमें स्थिरता दिखेगी। यानी इस हिसाब से भारतीय रुपयों में देखा जाए तो सोना करीब 38,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल के करीब पहुंच सकता है।
बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की चिंताएं अब लोगों के मन से दूर हो रही है। लिहाजा लोग अब सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने को नहीं खरीद रहे हैं। निवेशकों ने शेयर बाजार की ओर रुख किया है। लिहाजा आने वाले दिनों में कीमतें और गिर सकती है। घरेलू सर्राफा बाजार में सोने के दाम गिरकर 42 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर आ सकते है। साथ ही इन लोगों का कहना है कि अगले 15 दिन और सोने की कीमतों में गिरावट का रुख जारी रह सकता है। लेकिन, इसके दिवाली तक फिर से 50 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंचने की उम्मीद है।
दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्ताव में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है। लेकिन अब एक अक्टूबर से सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होगी। इससे भी सोने और चांदी की कीमतों में कमी आएगी।