पर्यावरण
1) राष्ट्रीय हरित अधिकरण (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल)- राष्ट्रीय हरित अधिकरण के गठन को 10 वर्ष पूर्ण हुए हैं। राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम ,2010 के अंतर्गत एक संवैधानिक एवं अर्ध न्यायिक निकाय है । जिसका उद्देश्य पर्यावरण, वन एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण आदि से संबंधित मामलों का प्रभावी और त्वरित निपटान सुनिश्चित करना है। और इसका निर्देशन प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों पर होता है । भारत के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश या उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अध्यक्ष होते हैं। एवं न्यायिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया जा सकता है पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण में पुनः नियुक्ति के लिए पात्र नहीं होते हैं।
2) चेतावनी प्रणाली चक्रवात की- भारत मौसम विभाग ने एक गतिशील एवं प्रभाव आधारित चक्रवात चेतावनी प्रणाली को प्रारंभ करने की योजना बनाई है। यह जनसंख्या और पुलिस थाने के संबंधित आंकड़ों के साथ मौसम की सभी आंकड़ों का चेतावनी देगा।
3) संस्थानों मैं दी जाने वाली सहायता में कटौती- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीन कार्यरत पांच प्रमुख पर्यावरण व वन्यजीव संस्थानों को प्रदान की जाने वाली सहायता में कम करने हेतु वित्त मंत्रालय द्वारा यह घोषणा की गई।भारतीय वन प्रबंधन संस्थान, देहरादून, भारतीय वन्यजीव संस्थान, भोपाल, भारतीय प्लाईवुड उद्योग अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान, बेंगलुरु, सीपीआर पर्यावरण शिक्षा केंद्र, चेन्नई पर्यावरण शिक्षा केंद्र, अहमदाबाद।
4) ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस, 2020- भारत के उपराष्ट्रपति ने भारतीय उद्योग परिसंघ की “ ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस 2020” का उद्घाटन किया । ग्रीन बिल्डिंग का तात्पर्य ऐसी इमारत जिसका डिजाइन, निर्माण, संचालन द्वारा हमारे जलवायु प्राकृतिक व पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव को, सकारात्मक प्रभाव के सृजन में सहायता करती है।
5) पेस्टीसाइड्स मैनेजमेंट बिल,2020- मार्च 2020 में कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय द्वारा राज्यसभा में इस विधेयक को पुनः स्थापित किया गया था। हाल ही में कुछ विशेषज्ञों ने इस बिल के कुछ प्रावधान के विषय में कुछ चिंता जाहीर की है । जो किसानों की आजीविका को प्रभावित कर सकती हैं।
6) सल्फर डाईऑक्साइड प्रदूषण- ग्रीनपीस इंडिया तथा उर्जा एवं स्वच्छ वायु अनुसंधान केंद्र के विश्लेषण पर आधारित एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में वर्ष 2019 के दौरान सल्फर डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में गिरावट आई हैं।
7) पर्यावरण प्रभाव आकलन 2020 का मसौदा- पर्यावरण वन और जलवायु मंत्रालय द्वारा पर्यावरण प्रभाव आकलन 2020 जारी किया गया। पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 2006 को प्रतिस्थापित किया गया है।
8) यू. एन. जैव विविधता शिखर सम्मेलन- हाल ही में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता शिखर सम्मेलन में भारत ने भाग लिया । यह संयुक्त राष्ट्र महासभा में आयोजित अपनी तरह का पहला आयोजन था । जिसका आयोजन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के लक्ष्यों के तत्वाधान में किया गया था । इस सम्मेलन का विषय था सन धारणीय विकास के लिए जैव विविधता पर त्वरित कार्रवाई।
9) ब्लू फ्लेग – हाल ही में डेनमार्क स्थित एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी फाउंडेशन फॉर एनवायरमेंटल एजुकेशन द्वारा कर्नाटक के कासरकोड एवं पदुबिद्री पुलिन (beaches) यानी की विशेष को ब्लू फ्लैग का टैग प्रदान किया गया है। पहले भी भारत के कई पुलिनो को ब्लू फ्लैग का दर्जा दिया जा चुका है। ब्लू फ्लेग एक इको पर्यटन मॉडल हैं।
10) समुद्री घास- वैज्ञानिकों का यह दावा किया गया है कि अगर समुद्री घाटों का बचाव और संरक्षण एवं उनकी पूर्ण स्थापना की जाए तो कई जलवायु परिवर्तन संबंधी चुनौतियों को हम कम कर सकते हैं क्योंकि समुद्री घास एक सागरी पुष्पी प्रतिपादक होते हैं । यह जड़, तना और पत्तियों वाला पौधा है जो फूल एवं बीज उत्पन्न करता है।
11) वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक, 2020- अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी द्वारा इस रिपोर्ट को जारी किया जाता है। एवं वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक या विश्व उर्जा परिदृश्य, अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी द्वारा विकसित एक प्रमुख प्रकाशन है। जो वैश्विक ऊर्जा प्रणाली के विकास के संबद्ध में व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है ।अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का मुख्यालय पेरिस में स्थित है और यह 30 सदस्य देशों और 8 संघ देशों से मिलकर बना है । भारत ने 2017 में एक संबद्ध सदस्य के रूप में इसकी सदस्यता ग्रहण की थी।
12) चक्रीय जैव अर्थव्यस्था – यूरोपियन संस्थान द्वारा 10 सूत्री कार्य योजना को प्रकाशित किया ।यह 10 सूत्री कार्यकारी चकरी जेब अर्थव्यवस्था है जिसमें क्लाइमेट चेंज, नोबेल एंटिटीज, स्ट्रेटोस्फेरिक ओजोन डिप्लीशन ,एटमॉस्फेरिक एरोसॉल लोडिंग, ओशियन एसिडिफिकेशन, बायोजियोकेमिकल फ्लोस, फ्रेश वाटर उपयोग, लैंड सिस्टम चेंज, बायोडायवर्सिटी इंटीग्रिटी ,क्लाइमेट चेंज शामिल हैं।
13) नमामि गंगे मिशन – प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में नमामि गंगे मिशन के तहत छह बड़ी परियोजनाओं का उदघाटन किया ।
14) शहरी वानिकी – पर्यावरण , वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा नगर वन योजना के लिए पश्चिम बंगाल के इटानगर शहर का चयन किया गया है।
15) ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट – ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट के अध्ययनों से ज्ञात हुआ है कि मिथेन उत्सर्जन प्राकृतिक गैस का वृद्धि हुई है। यह एक अल्पकालिक जल वायु प्रदूषक है जो लंबे समय 12 वर्षों तक वायुमंडल में रह सकता है।
16) किलाऊआ ज्वालामुखी -हवाई के बिग आईलैंड में किलाऊआ ज्वालामुखी फट गया। भूकंप का केंद्र किलाऊआ ज्वालामुखी के नीचे स्थित था। किलाऊआ ज्वालामुखी के बारे में किलाऊआ ज्वालामुखी 2018 में भूकंप के कारण आखिरी बार सक्रिय था। माउंट किलाऊए हवाई हॉटस्पॉट का दूसरा सबसे युवा ज्वालामुखी है।
17)हींग (Asafoetida) की खेती- CSIR की घटक प्रयोगशाला, इंस्टीच्यूट ऑफ़ हिमालयन बायोरिसोर्स टेक्नोलॉजी (IHBT-Institute of Himalayan Bioresource Technology), ने पहली बार भारत के हिमालय क्षेत्र में हींग (Asafoetida) की खेती को शुरू करके इतिहास बनाया है.
18) सबसे ऊंचा रेलवे पुल- दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल जम्मू और कश्मीर में बनाया जा रहा है. यह 1.3 किमी लंबा पुल है जो चिनाब नदी पर बनाया जा रहा है.
19) ग्लोबल ई वेस्ट मॉनिटर 2020- ग्लोबली ई वेस्ट मॉनिटर 2020 के रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर 2019 में 53.6 मिलीयन टन ई – अपशिष्ट का ई – उत्पादन हुआ ।
20) छठी अनुसूची -छठी अनुसूची मूल रूप से अविभाजित असम के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों (90% से अधिक आदिवासी आबादी) के लिये लागू की गई थी। ऐसे क्षेत्रों को ‘भारत सरकार अधिनियम, 1935’ के तहत “बहिष्कृत क्षेत्रों” (Excluded Areas) के रूप में वर्गीकृत किया गया था
21) क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज एसेसमेंट फ्रेमवर्क (CSCAF 2.0)- आवसन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जारी किया गया जलवायु प्रासंगिक मापदंडों पर अपनी तरह का प्रथम मूल्यांकन ढाचा हैं।
22)अम्फान तूफान – अम्फान तूफान सोमवार (18 मई, 2020) शाम तक “सुपर साइक्लोनिक तूफान” में बदल गया और बुधवार (20 मई, 2020) तक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट से भी टकराया
23)’माउंट एवरेस्ट’ -हाल ही में, चीन और नेपाल ने मिलकर किये सर्वेक्षण के अनुसार दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी ‘माउंट एवरेस्ट’ की ऊंचाई 8,848.86 मीटर बताई है. यह माउंट एवरेस्ट की पुरानी मान्य ऊंचाई से 86 सेंटीमीटर ज्यादा है.
24)Typhoon Goni -शक्तिशाली (Typhoon Goni) टाइफून गोनी, फिलीपींस में सुपर टाइफून रोली (Super Typhoon Rolly) के रूप में जाना जाता है. यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है जिसने हाल ही में एक अत्यंत शक्तिशाली श्रेणी 5 के रूप में भूस्खलन किया है.
25) भूकंपीय ज़ोन – भारत में भूकंपीय ज़ोन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र (Regions that fall under the Earthquake (seismic) Zones in India)
ज़ोन-V में पूरे पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात के कच्छ के कुछ हिस्से, उत्तर बिहार और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्से शामिल हैं.
ज़ोन- IV में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के शेष भाग, केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से, गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्से, तथा पश्चिमी तट के पास महाराष्ट्र के छोटे हिस्से शामिल हैं.
ज़ोन-III में केरल, गोवा, लक्षद्वीप द्वीप समूह, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पश्चिम बंगाल के शेष भाग, पंजाब के कुछ हिस्से, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखंड के कुछ हिस्से, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक शामिल हैं.
ज़ोन-II में देश के बचे शेष हिस्से शामिल हैं.
भारत का भूकंपीय ज़ोनिंग मैप भारत में सबसे कम, मध्यम और साथ ही सबसे खतरनाक या भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है. इसके अलावा, ऐसे नक्शों का उपयोग या वृद्धि भवन के निर्माण से पहले किया जाता है ताकि किसी विशेष क्षेत्र में भूकंपीयता के स्तर की जांच की जा सके. लंबे समय में, यह जीवन बचाने में भी मदद करता है.
26) पेंतनाल,ब्राज़ील -यह विश्व की सबसे बड़ी आद्र भूमि है। जो ब्राजील, पराग्वे, बोलीविया तक विस्तृत हैं।
27)चांद की उत्पत्ति -हमेशा से ही रहस्यों से भरी रही है | वैज्ञानिक कई समय से लगातार इससे जुड़े रहस्यों का पता लगा रहें है और इसी क्रम मे इसरायल के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मौजूदा चांद की उत्पत्ति 20 छोटे चांदों से हुई है |
28)लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट -यह रिपोर्ट हर 2 साल बाद वर्ल्ड वाइल्ड फंड द्वारा जारी किया जाता हैं। वर्ल्ड वाइल्ड फंड लुप्तप्राय प्रजातयों और वन्यजीव के संरक्षण के लिए कार्यरत हैं।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 1970 और 2016 के मध्य स्तन धारियों, पशियों, उभयचरों, सरीसृपों और मछलियो की अबादी में औसतन 68% की गिरावट हुई है।
29)फिट इंडिया वॉकथॉन का शुभारंभ किया गया-31 अक्टूबर 2020 को केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू एवं अभिनेता विद्युत जमाल द्वारा फिट इंडिया वॉकथॉन का शुभारंभ किया गया।
30) भूस्खलन- केरल के इडुक्की जिले के मुन्नार में चाय बागान श्रमिकों की बस्ती में असामान्य रूप से उच्च वर्षा और वैज्ञानिक भूमि उपयोग के कारण भूस्खलन की घटना हुई।
31)रो-पैक्स टर्मिनल – प्रधानमंत्री द्वारा हजीरा में रो-पैक्स टर्मिनल का उद्घाटन किया गया 8 नवंबर 2020 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात में हजीरा और घोघा के बीच रो-पैक्स फेरी सेवा का उद्घाटन किया गया।
32)हनोई क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया
15 नवंबर 2020 को वियतनाम की राजधानी हनोई में क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया।सम्मेलन का आयोजन कोरोना महामारी के कारण किया गया था। इस सम्मेलन में 15 देशों द्वारा क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) पर हस्ताक्षर किए गए
34)#लोकल4दिवाली – #लोकल4दिवाली अभियान का शुभारंभ किया गया . 14 नवंबर 2020 को केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा दिवाली के अवसर पर #लोकल4दिवाली अभियान की शुरुआत की गई।
35)जायंट इम्पैक्ट हाइपोथिसिस -Giant- Impact Hypothesis1975 में दिया गया था और इसी सिधांत को चांद के निर्माण का मौजूदा विज्ञानिक सिधांत माना जाता है | इसके अनुसार करीब 4.31 अरब साल पहले मंगल ग्रह के आकार का बड़ा ग्रह थिया पृथ्वी से टकराया था | इस टक्कर से थिया से धूल, चट्टान आदि जैसे तत्व निकले और पृथ्वी की कक्षा में फैल गए और वर्षों तक इस कक्षा मे परिक्रमा करने पर ये आपस में जुड़ते गए और चांद बना
36) भारत में भूजल का निष्कर्षण -जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय जल भूमि प्राधिकरण ने भूजल के निष्कर्षण को विनियमित करने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। क्योंकि केंद्र द्वारा 12 दिसंबर 2018 को जारी किए गए निर्देश राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने रद्द कर दिए थे।
37)ट्रांसजेंडर लोगों के लिए राष्ट्रीय पोर्टल लॉन्च किया गया
25 नवंबर 2020 को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत द्वारा ट्रांसजेंडर लोगों के लिए राष्ट्रीय पोर्टल लॉन्च किया गया।
38)प्रहरी-6 माइकल फ्रेलिच उपग्रह -प्रहरी-6 माइकल फ्रेलिच उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया
21 नवंबर 2020 को अमेरिकी-यूरोपीय उपग्रह प्रहरी-6 माइकल फ्रेलिच का प्रक्षेपण किया गया।
39) कार्बन अवशोषण ,उपयोग और संग्रहण -विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने अन्य ACT सदस्य देशों के सहयोग से त्वरित कार्बन अवशोषण ,उपयोग और संग्रहण प्रौद्योगिकी के अंतर्गत कार्बन अवशोषण के क्षेत्र में भारतीय शोधकर्ताओं से प्रस्ताव आमंत्रित किया हैं।
40)annular solar eclipse -यह एक वलयाकार सूर्यग्रहण (annular solar eclipse) होगा । जहां चंद्रमा केंद्र से सूर्य को कवर करेगा, जिससे बाहरी रिम दिखाई देगी जो कि पृथ्वी से देखने पर ring of fire की तरह दिखाई देगा ।
41)पेयजल आपूर्ति परियोजना -प्रधानमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई .22 नवंबर 2020 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और विंध्याचल क्षेत्र के सोनभद्र जिलों में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
42)बेंगलुरु टेक समिट में 8 समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर – 21 नवंबर 2020 को बेंगलुरु टेक समिट के समापन दिवस के अवसर पर कर्नाटक राज्य सरकार एवं अलग-अलग देशों के मध्य कुल 8 समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
43)इनर लाइन परमिट – इस प्रणाली की अवधारणा ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान प्रस्तुत की गई थी।
इनर लाइन परमिट एक दस्तावेज़ है और ILP प्रणाली के तहत संरक्षित क्षेत्र में जाने या रहने के लिये किसी भी भारतीय नागरिक (इस क्षेत्र से बाहर शेष भारत से संबंधित) को इसे प्राप्त करना अनिवार्य है।
इनर लाइन परमिट की शुरुआत ब्रिटिश सरकार ने ‘बंगाल ईस्टर्न फ्रंटियर रेगुलेशन एक्ट, 1873’ [Bengal Eastern Frontier Regulation Act (BEFR), 1873] के तहत बंगाल के पूर्वी हिस्से की जनजातियों की सुरक्षा के लिये की थी।
44)‘सहकार प्रज्ञा’ -केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा ‘सहकार प्रज्ञा’ पहल की शुरुआत की गई यह एक अभिनव क्षमता निर्माण पहल है। इसे पूरे भारत में विभिन्न संस्थाओं से जुड़े किसानों के लिए शुरू किया गया है।
45)उमंग एप -उमंग एप का अंतरराष्ट्रीय वर्जन लॉन्च किया गया
23 नवंबर 2020 को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा उमंग एप का अंतरराष्ट्रीय वर्जन लॉन्च किया गया।
46)सिटमेक्स-20 का दूसरा संस्करण समाप्त हुआ –
22 नवंबर 2020 को भारत, सिंगापुर और थाईलैंड त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास सिटमेक्स-20 का दूसरा संस्करण समाप्त हुआ।इस दो दिवसीय समुद्री अभ्यास का आयोजन 21 नवंबर 2020 से अंडमान सागर में किया गया था।
47) लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट -यह रिपोर्ट हर 2 साल बाद वर्ल्ड वाइल्ड फंड द्वारा जारी किया जाता हैं। वर्ल्ड वाइल्ड फंड लुप्तप्राय प्रजातयों और वन्यजीव के संरक्षण के लिए कार्यरत हैं।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 1970 और 2016 के मध्य स्तन धारियों, पशियों, उभयचरों, सरीसृपों और मछलियो की अबादी में औसतन 68% की गिरावट हुई है।
48)Madden-Julian Oscillation (MJO) – एक समुद्री-वायुमंडलीय घटना है । जो दुनिया भर में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित करता है।
49)हरिकेन ‘एटा’- मध्य अमेरिका में हरिकेन ‘एटा’ आने के बाद, ऐसा पूर्वानुमान लगाया जा रहा है कि यह ट्रॉपिकल स्टॉर्म एटा सप्ताहांत में या फिर अगले हफ्ते की शुरुआत में दक्षिणी फ्लोरिडा कि तरफ रुख लेगा. अगर तूफ़ान ‘एटा’ USA से टकराता है, तो इस सीजन में देश के तटों पर भूस्खलन करने के लिए रिकॉर्ड के मुताबिक़ 12वां तूफान होगा और इस सूचि में शामिल हो जाएगा जिसमें तूफान लौरा (Laura), सैली (Sally), डेल्टा (Delta) और जेटा (Zeta) शामिल हैं ।
50) ताप विद्युत केंद्र के लिए उत्सर्जन मापदंड -जब कई ताप विद्युत संयंत्रों द्वारा अपने परिचालन से होने वाला प्रदूषण कम करने के लिए उपकरण संस्थापित करने की सरकार की 2022 की
51)चैंपियनशिप ऑफ़ द अर्थ – संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने हाल ही में सात पर्यावरणविदों को पृथ्वी के युवा चैंपियंस के रूप में नामित किया है। पुरस्कार विजेता निम्नलिखित सात लोगों ने जीता। यूएनईपी 2020 यंग चैंपियनशिप ऑफ़ द अर्थ अवार्ड केन्या के न्ज़ांबी माटे ने जीता।
52)भारत ने हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में एक क्षेत्रीय जलवायु केंद्र स्थापित किया है। इससे भारत और अपने पड़ोसियों को मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान करेगा। इसी तरह का केंद्र चीन द्वारा हिमालय के किनारे बनाया जा रहा है। क्षेत्रीय जलवायु केंद्र में भारत के पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट, शामिल हैं
53)सतत पर्वत विकास शिखर सम्मेलन (एसएमडीएस) – नौवां संस्करण 12 दिसंबर को देहरादून में शुरू हुआ। इस साल, शिखर सम्मेलन निम्नलिखित थीम के तहत आयोजित किया गया था: बिल्डिंग रेजिलिएंट पोस्ट COVID-19 माउंटेन इकोनॉमी, एडॉप्शन, इनोवेशन और एक्सेलेरेशन के लिए उभरते रास्ते ।
54) हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र – हिम तेंदुआ वन्य जीव संरक्षण के अनुसूची वन के अंतर्गत आता है और भारत का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण के अंदर उत्तराखंड में स्थापित किया गया।
55) जैव विविधता आउटलुक – संयुक्त राष्ट्रीय जैव विविधता अभीसमय के द्वारा पांचवी रिपोर्ट जैव विविधता आउटलुक पर प्रस्तुत की| इस रिपोर्ट के अनुसार विगत दशक में आई ची जैव विविधता लक्ष्यों की प्राप्ति में प्रगति हुई।
56) भारत में सूखा- भारत में वर्ष 1991 से वर्ष 2018 के मध्य होने वाले जलवायु परिवर्तन से चावल और मक्के की खेती के अंतर्गत आने वाले लगभग 10 से 15 % क्षेत्र आकस्मिक सूखे से प्रभावित हुए हैं।
57) बिहार और असम में बाढ़-काजीरंगा का संपूर्ण क्षेत्र जलोढ़ निश्रपो से बना हुआ है । जिसके कारण हर साल बिहार और असम में बाढ़ के आने का कारण बनती है।
58) समुद्री जल स्तर में वृद्धि -वर्ष उन्नीस सौ के बाद समुद्री जलस्तर में 119 से 200 मिली मीटर में बढ़ गई है।
59) संरक्षित कृषि क्षेत्र-तमिलनाडु राज्य सरकार ने संरक्षित कृषि क्षेत्र विकास निगम 2020 को अधिसूचित किया है।
60)भारत में कृषि मौसम विज्ञान- विज्ञान और पर्यावरण केंद्र ने भारत में कृषि मौसम विज्ञान : एक मूल्यांकन शिषक से एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। यह कृषि क्षेत्र की उत्पादकता में सुधार लिए मौसम और जलवायु ,सूचना का अध्यन और उपयोग करना हैं।