(Crew)क्रू-3 मिशन-
नासा ने तीन एस्ट्रोनॉट में से एक एस्ट्रोनॉट अमेरिकन भारतीय को चुना है । उनका नाम राजाचारी है नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी का यह संयुक्त मिशन जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का हैं। और यह मिशन स्पैक्सएक्स का मिशन है।
इस मिशन के पायलट टॉम मार्श बर्न होंगे और मिशन स्पेशलिस्ट मत्थियस मौरेर होंगे । और इसे कमांड अमेरिकन भारतीय राजाचारी करेंगे।
(Crew)क्रू-3 मिशन-
यह मिशन लोगों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी कि ऑर्बिट में ले जाएगा।
क्रू ड्रैगन एक क्रू -3 मिशन का हिस्सा है। क्रू ड्रैगन एक स्पेसक्राफ्ट हैं। और इसमें 3 का अर्थ है कि यह क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की थर्ड ऑपरेशनल फ्लाइट हैं। और यह स्पेसक्राफ्ट ,एस्ट्रोनॉट को बैठाकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में ले जाएगा। जिसको space-x (इलोन मस्क की अमेरिकन प्राइवेट कंपनी ) ने बनाया है। ताकि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (स्पेस का स्टेशन जहां आप कई तरह के एक्सपेरिमेंट कर सकते है) में जा सके। जो लो अर्थ ऑर्बिट पर स्थित है।और यह मानव द्वारा निर्मित है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को नासा, यूरोपियन स्पेस एजेंसी, जापान की jaxa ,ROSCOSMOX ने बनाया है। क्रू के सदस्य 6 महीने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में रहेंगे। यह मिशन अक्टूबर 2021 में लांच होगा। हालांकि इस मिशन के लिए चौथा सदस्य चुना जाना बाकी है।
आर्टेमिस मिशन एक लुनार मिशन हैं ।
कौन है राजाचारी ?
राजा चारी का जन्म 19 जून 1977 को हुआ। इनके पिताजी भारतीय श्रीनिवास बी चारी । राजाचारी 1999 में यूएस एयर फोर्स से ग्रेजुएट हुए थे ।और मास्टर डिग्री एयरोनॉटिक और स्टेनोटिक में मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मिली।
राजाचारी का बचपन और पूरी पढ़ाई अमेरिका में ही हुई।
ग्रेजुएट होने के बाद इन्होंने पायलट की ट्रेनिंग ली जिसमें वे सेलेक्ट हुए। इसके बाद उन्होंने कई मिशन को लीड किया ।
नासा का एक ग्रुप है जिन्हे ग्रुप 22 कहा जाता है। और इसी ग्रुप में 2017 में नासा ने राजचारी को चुना था। और यह ग्रुप 22 के पहले व्यक्ति हैं जिन्हें नासा ने क्रू मिशन के लिए चुना है ।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में कई एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं जिससे हमें ब्रह्मांड के बारे में ज्यादा से ज्यादा ओर जानकारी हासिल सकते है। यह मिशन कमर्शियल क्रू प्रोग्राम है ताकि यह डीप स्पेस के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके इसलिए स्पेस में स्टेशन बनाया है जैसे धरती पर रेलवे स्टेशन होता है उसी तरह का स्पेस में स्टेशन है। जिन्हें हम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन कहते हैं । जिससे हम वहां आसानी से एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं ।