पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections) के चौथे चरण का मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया है, शाम साढ़़े छह बजे तक वोट डाले जा सकेंगे। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं हैं। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ मतदाता पुष्टि पर्ची मशीन का उपयोग किया जा रहा है।
कोविड महामारी को देखते हुए सक्षम प्राधिकरण से प्रमाणन के बाद घर में या संस्थागत पृथकवास में रखे गए कोरोना संक्रमित या संदिग्ध संक्रमण वाले लोगों को भी, दिव्यांगजन और साठ वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के साथ डाक मत पत्र के इस्तेमाल का विकल्प दिया गया है। प्रत्येक मतदान केन्द्र को अनिवार्य रूप से सैनिटाइज किया गया है और मतदाताओं की थर्मल जांच की जा रही है।
इस चरण में पांच जिलों की 44 सीटों के लिए 373 उम्मीदवार हैं। 56 लाख 94 हजार महिला और 293 किन्नर मतदाताओं सहित एक करोड़ 15 लाख मतदाता इन उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य में आठ चरणों में चुनाव होना है।
इस चरण में भारतीय जनता पार्टी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सभी 44 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। वामदल और उनके सहयोगी इंडियन सेक्युलर फ्रंट संयुक्त मोर्चा के बैनर तले चुनाव मैदान में हैं।
इस बीच राज्य में पांचवें चरण का चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के लोगों से अपील की है कि वे विधानसभा चुनाव के लिए रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। उन्होंने विशेष रूप युवाओं और महिलाओं से अनुरोध किया कि वे बड़ी संख्या में वोट डालें।