विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने कहा है कि अफगानिस्तान की गंभीर आपात स्थिति में भारत पहले की तरह पूरी मजबूती से वहां के लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में सुचारू माहौल बहाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होना होगा।
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विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर |
अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय बैठक में डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति में प्रभावी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना प्राथमिक चुनौती है। उन्होंने कहा कि वहां निर्बाध रूप से मानवीय सहायता पहुंचाया जाना जरूरी है और संयुक्त राष्ट्र ही इन प्रयासों पर कुशल निगरानी रख सकता है। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर हमेशा संयुक्त राष्ट्र की केन्द्रीय भूमिका का समर्थन किया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए भारत के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रयासों से वहां आजीविका के साधन और बुनियादी ढांचा सृजित करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में तीन अरब अमरीकी डॉलर से भी अधिक का निवेश किया है और विभिन्न क्षेत्रों में पांच सौ परियोजनाएं शुरू की है।