स्टार्टअप इंडिया के पांच साल के मौके परअंतरराष्ट्रीय सम्मेलन -प्रारंभ को पीएम मोदी ने किया संबोधित, स्टार्टअप को पूंजी उपलब्ध कराने के लिए एक हजार करोड के शुरुआती फंड का किया ऐलान, कहा हमारे स्टार्ट अप आने वाले समय में दुनिया में बजाएंगे डंका.
5 साल पहले मोदी सरकार ने स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम की शुरूआत की थी. इस मौके पर आज पीएम मोदी ने अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन-प्रारंभ को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने अगले 5 वर्षो के लिये इस क्षेत्र को दिशा दिखाने का खाका पेश किया तो वही कई स्टार्ट अप शुरू करने वाले युवाओं के विचार भी जाने।
बिमस्टेक देशों के साथ स्टार्ट-अप इंडिया इंटरनेशनल समिट में प्रधानमंत्री ने वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए शिरकत की। उन्होंने सदस्य देशों के साथ साझी विरासत-सभ्यता और चुनौतियों के मद्देनज़र ज़्यादा से ज़्यादा स्टार्ट-अप क्षेत्र में साथ आने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि देशों के बीच संबंध जितने मज़बूत होंगे उतना ही बिमस्टेक देशों के स्टार्ट-अप को मज़बूती मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि नई सदी डिजिटल की है और एशिया की भूमिका काफी अहम होगी।
भारत की स्टार्ट-अप यात्रा पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते सालों में भारत में सोच बदली है और अब देश में सिर्फ शहरी ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षत्रों में भी स्टार्ट-अप बढ़ रहे हैं। यही वज़ह रही कि कार्यक्रम के दौरान 12 कैटगरी में दिए गए स्टार्ट-अप पुरस्कारों में से 8 छोटे शहरों के स्टार्ट-अप को दिए गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूनिकार्न क्लब में आज भारत की मौजूदगी बढ़ रही है।
देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ता प्रयोग और डिजिटल होते भारत में रक्षा, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और वित्तीय क्षेत्र में स्टार्ट-अप बढ़ रहे हैं और एक ऐसा ईकोसिस्टम बन रहा है जो कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी साबित होगा। प्रधानमंत्री ने स्टार्ट-अप क्षेत्र में पूंजी की कमी को दूर करने के लिए 1 हज़ार करोड़ के फंड की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सहित बिमस्टेक देशों में संभावनाएं भरपूर हैं। स्थानीय समस्याओं का समाधान भी स्थानीय हो इसका सामर्थ्य भी है बस सही दिशा, सकारात्मक सोच और सहयोग स्टार्ट-अप के विकसित करेंगे और यही आने वाले भविष्य को भी तय करेंगे।