आयोजित होगी पोषण जागरूकता संबंधी विविध गतिविधियाँ पोषण अभियान के अंतर्गत महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर की बेहतरी के उद्देश्य से इस वर्ष भी सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जायेगा। इसका मुख्य उद्देश्य जन आंदोलन और जनभागीदारी से कुपोषण को मिटाना है। इस वर्ष पोषण माह 2020 दो मुख्य उद्देश्य पर आधारित है। पहला अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित और उनकी मॉनिटरिंग करना तथा दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधारोपण अभियान है।
इस आयोजन में इन्होंने कहा
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्वेता तड़वे ने बताया कि कुपोषण माह के तहत् प्रथम सप्ताह गर्भवती एवं धात्री महिलाओं, द्वितीय सप्ताह 6 माह से 2 वर्ष के बच्चे, तृतीय सप्ताह 2 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चे एवं चतुर्थ सप्ताह किशोरी बालिकाओं पर आधारित गतिविधियाँ संचालित की जाएगी। पोषण माह के दौरान हितग्राही समूहों हेतु खाद्य विविधता, पोषण चुनौतियाँ एवं पोषण में पुरूषों की भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पोषण माह के अंतर्गत 3 सितम्बर को गर्भवती/धात्री का पोषण और परिवार की भूमिका पर बेविनार किया जाएगा जिसमें परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं इच्छुक गर्भवती महिला एवं उनके परिवार सम्मिलित होगा। 10 सितम्बर को सही समय पर ऊपरी आहार की शुरूआत और भ्राँतियाँ विषय पर बेविनार आयोजित किया जाएगा जिसमें परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं इच्छुक परिवार सम्मिलित होगा। 17 सितम्बर को पहले 1 हजार दिन और पोषण के संबंध में आयोजित बेविनार में पंचायत प्रतिनिधि, स्व-सहायता समूह, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं शौर्य दल शामिल होंगे। इसी प्रकार 24 सितम्बर को किशोरियों का पोषण-मिथकों और बाधाओं को दूर करने विषय पर आयोजित बेविनार में परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, किशोरियां एवं शौर्य दल शामिल होंगे।
हेलो आंगनवाड़ी
संचालनालय स्तर से आकाशवाणी केन्द्रों एवं निजी एफ.एम. केन्द्रों से जिंगल, स्पाट के द्वारा प्रचार-प्रसार किया जायेगा। दिनांक 2, 9, 16, 23 एवं 30 सितम्बर 2020 को हेलो आँगनवाड़ी (सजीव फोन-इन) कार्यक्रम में विशेषज्ञों से प्रश्न किये जा सकेंगें। 25 से 40 वर्ष के पुरूष युवाओं से गर्भवती या शिशुवती माँ के लिए स्थानीय खाद्य से तैयार रेसिपी का वीडियो 15 सितम्बर 2020 तक आमंत्रित किए गए हैं। इस वीडियो में रेसिपी की पोषकता भी दिखानी होगी।
प्रतियोगिता में पुरस्कृत किया
जिले से एक सर्वश्रेष्ठ वीडियो पुरस्कृत होगा। विजेताओं को रुपये 5,000/- का नगद पुरस्कार दिया जायेगा। ये वीडियो सोशल मीडिया पर प्रचारित किये जायेंगें। पोस्टर प्रतियोगिता के तहत् प्रदेश के कलाकारों से स्थानीय खाद्य विविधता पर आधारित पोस्टर 25 सितम्बर 2020 तक आमंत्रित किए गए हैं। सर्वश्रेष्ठ 10 पोस्टर पुरस्कृत होंगे। विजेताओं को राज्य स्तर रुपये 10000/- का नगद पुरस्कार दिया जायेगा। भ्रांतियों को दूर करने हेतु वीडियो प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसके तहत् विभागीय परियोजना अधिकारियों से गर्भवती या शिशुवती माँ के पोषण संबंधी भ्रांतियों को दूर करने हेतु सफल प्रयास (सफलता की कहानी) का 120 सेकेंड का वीडियो 15 सितम्बर 2020 तक आमंत्रित है। यह सफल गाथा वर्ष 2019-2020 की होनी चाहिए। इसे टीम के रूप में संबंधित पर्यवेक्षक/आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ किया जायेगा। प्रदेश की 10 सर्वश्रेष्ठ सफलता की कहानी विजेता टीम को रुपये 10,000/- का नगद पुरस्कार दिया जायेगा। इसी प्रकार निबंध प्रतियोगिता, पोषण के लिए पौधे, क्विज आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।