राजस्व बैठक की समीक्षा करते हुए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कि जिले में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सभी राजस्व अधिकारी अपने क्षेत्रों के बाढ़ संभावित एवं प्रभावित इलाकों में राहत एवं पुर्नवास के लिए पर्याप्त इंतजाम तैयार रखें।
राजस्व अधिकारी अपने निचले अमले के माध्यम से बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करें एवं ऐसे क्षेत्रों की सतत् निगरानी करें। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को उनके क्षेत्र के संवेदनशील क्षेत्रों, पुल एवं अन्य स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश में ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी प्रस्तुत करें एवं संबंधित विभागों के साथ साझा करते हुए समन्वय बनाएं।
कलेक्टर ने सभी एसडीएम को उनके क्षेत्र में आने वाले बांध एवं नदियों के जल स्तर पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी जल संसाधन विभाग के साथ सतत संपर्क में रहें। बांध का जलस्तर बढ़ने पर गेट खोलने के पूर्व निचले इलाकों में मुनादी एवं अनाउंसमेंट आदि की व्यवस्था करें। साथ ही प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लोगों के पुर्नवास के लिए वैकल्पिक इंतजाम भी पुख्ता रखें।
कलेक्टर ने तहसीलवार बंटवारा, सीमांकन एवं नामांतरण आदि के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उन्हें मिशन मोड पर निराकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि 6 माह से अधिक समय के प्रकरण लंबित न रहे। राजस्व अधिकारी दैनिक रूप से अपने क्षेत्र के राजस्व कार्यों का निरीक्षण करते हुए राजस्व मामलों के निपटारे में प्रगति दिखाएं। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संपन्न हुई इस बैठक में सभी राजस्व अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने गिरदावरी की तहसील वार की समीक्षा करते हुए सभी एसडीएम को गिरदावरी के प्रदर्शन में सुधार लाकर जिले की रैंकिंग सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी एसडीएम को नियमित रूप से अपने अधीनस्थ न्यायालयों का दौरा एवं निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने क्रिमिनल प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जरूरी निर्देश भी दिए। सभी राजस्व अधिकारियों को उनके क्षेत्र में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित चिटफंड कंपनियों की जांच करते हुए उन पर प्रभावी कार्यवाही करने की बात कही।