सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन, भारत देश में कोरोना संकट से आई विपत्ति के कारण मंडला जिले के धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक कार्यक्रमों में कार्य करने वाले सेवा व्यवसायियों की समस्याएं बढ़ गई हैं। उनकी समस्याओं को निराकरण के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया है। ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि कोरोना महामरी के चलते पूरे प्रदेश के साथ साथ जिले के सेवा व्यवसायियों का सीजन कारोबार पूर्णतः बंद हो गया है। हमारा कारोबार सीजन का है और पिछला सीजन पूर्णतः लॉकडाउन के कारण प्रभावित होने की वजह से खत्म हो गया और सभी लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी है। ऐसी स्थिति में आने वाले समय में आगे लॉकडाउन समाप्त होने पर भी कार्यक्रम में अधिक लोगों के शामिल होने पर प्रतिबंध है। ऐसे में व्यवसायियों का व्यापार असंभव हो गया
है।
मण्डला के छोटे व्यापारी मुसीबत में
इस सेवा व्यवसाय से कई छोटे छोटे व्यापारी भी जुड़ें हैं। टेंट, केंटरिंग, हलवाई, फोटोग्राफर, फ्लावर डेकोरेशन, डीजे, धमाल, बैंड ब्रास, घोड़ी बग्घी का व्यापार लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुआ है। उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। दुकानों, गोदामों का किराया एवं कर्मचारी की तनख्वाह देने में भारी मुसीबत हो रही है।
मुख्य मंत्री के नाम सोंपे ज्ञापन मे मांगे रखी गई
जिसमें मांग की गई है कि शादी विवाह स्थल पर 400-500 से लोगों के शामिल होने की छूट दी जाए। जिससे हम लोगों को रोजी रोटी अच्छे से चल सके। सरकार से मांग की गई है कि पांच लाख रुपये बिना ब्याज के चार वर्ष की अवधि के लिए दिलाया जाए। बहुत से व्यवसायी कर्ज लेकर अपना व्यवसाय करते हैं।
करें ब्याज माफ
व्यवसाय कोरोना महामारी के कारण बंद पड़ा है। एक वर्ष तक का ब्याज माफ किया जाए। शासकीय, अर्धशासकीय बिलों का भुगतान शीघ्र कराया जाए। सरकार हमारी समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक ध्यान देते हुए व्यापार को बचाने में मदद करें।