Mandla news today जिले में गुणवत्ता हीन चावल के एक मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जिले में फिलहाल इस माह राशन दुकानों में चावल प्रदाय के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा पत्र के माध्यम से रोक लगा दी गई है। जिससे इस माह चावल राशन दुकानों में अभी नहीं पहुंचा है। अमानक चावल जिस गोदाम संगम वेयरहाउस में मिला है वहां 14 राइस मिलर्स का चावल रखा हुआ था। जिसके चलते सभी 14 राइस मिल सील की गई है। वहीं इस गोदाम में इनके 1 लाख 2 हजार 270 क्विंटल चावल रखा हुआ है।7 जिलों में मंडला का चावल भेजा गया था
मिलर्स को देना होगा चावल
जानकारी के अनुसार नान और राइस मिलर्स के बीच अनुबंध में करीब 85 शर्तें रहती है। इसमें एक यह शर्त भी मुख्य रूप से रहती है यदि उनका चावल खराब पाया जाता है तो उन्हें दूसरा चावल वापस करना होता है। जितनी मांत्रा अमानक होगा, उसके बदले मिलर्स को चावल देना होगा।
जिले से अन्य 7 जिलों को चावल बाहर भेजा गया था। जिसमें भोपाल 2740एमटी, शाजापुर 1.22एमटी, देवास 1941एमटी, सिहोर 1033एमटी, छिंदवाड़ा 540एमटी सड़क के माध्यम से भेजा गया था। तो वहीं रैक के माध्यम से राजगढ़ 2614एमटी, भोपाल 51312एमटी,इंदौर 9087एमटी चावल भेजा गया था। 2028-19 का करीब 6500एमटी और शेष चावल 2019-20 धान उपार्जन का था।
खास बात यह है, कि इतना चावल प्रदेश की राजधानी में भेजने के बावजूद भोपाल से और मंडला जिले का चावल मांगा गया था। लेकिन चावल भेजा जा नहीं सका था।