आज का पंचांग एवं राशिफल
*दिनाँक -: 19/04/2020,रविवार*
द्वादशी, कृष्ण पक्ष
वैशाख
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ———द्वादशी 24:42:20 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ——–पू०भा० 31:21:42
योग ————–ब्रह्म 19:32:49
करण ———कौलव 11:28:41
करण ———–तैतुल 24:42:20
वार ————————–रविवार
माह ————————–वैशाख
चन्द्र राशि —–कुम्भ 24:36:45
चन्द्र राशि ———————मीन
सूर्य राशि ———————- मेष
रितु —————————-वसंत
सायन ————————–ग्रीष्म
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2076
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय ————— 05:51:45
सूर्यास्त —————–18:45:04
दिन काल ————–12:53:19
रात्री काल ————-11:05:42
चंद्रास्त —————–15:39:07
चंद्रोदय —————–28:31:46
लग्न —-मेष 5°17′ , 5°17′
सूर्य नक्षत्र —————–अश्विनी
चन्द्र नक्षत्र ———–पूर्वाभाद्रपदा
नक्षत्र पाया ———————ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
से —-पूर्वाभाद्रपदा 11:07:33
सो —-पूर्वाभाद्रपदा 17:51:59
दा —-पूर्वाभाद्रपदा 24:36:45
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=मेष 05°22 ‘ अश्विनी, 2 चे
चन्द्र =कुम्भ 20°23 ‘पू oभा o ‘ 1 से
बुध = मीन 19°50 ‘ रेवती ‘ 1 दे
शुक्र= वृषभ 18°55, रोहिणी ‘ 3 वी
मंगल=मकर 17°30′ श्रवण ‘ 3 खे
गुरु=मकर 01°50 ‘ उ oषाo , 2 भो
शनि=मकर 05°43′ उ oषा o ‘ 3 जा
राहू=मिथुन 08°29 ‘ आर्द्रा , 1 कु
केतु=धनु 08 ° 29 ‘ मूल , 3 भा
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। भरपूर प्रयास करें। भाग्य का साथ मिलेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार के साधनों में वृद्धि होगी। घर-बाहर जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।
🐂वृष
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। चित्रकारी व संगीत आदि में रुचि रहेगी। नए विचार मन में आएंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। जल्दबाजी न करें। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति से मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा ।
👫मिथुन
विवाद को बढ़ावा न दें। मेहनत का फल कम प्राप्त होगा। थकान व कमजोरी रह सकते हैं। कोई बुरी सूचना मिल सकती है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा।
🦀कर्क
पहले की गई मेहनत फल प्राप्त होगा। समाजसेवा करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी।
🐅सिंह
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। व्ययवृद्धि होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। कारोबार मनमाफिक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। मित्रों का साथ रहेगा।
🙎कन्या
छोटी-मोटी पारिवारिक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। भेंट उपहार की प्राप्ति होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। किसी बड़ी समस्या का हल प्राप्त होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देंगे। दुष्ट प्रवृत्ति के लोगों से सावधानी आवश्यक है।
⚖तुला
पुराना रोग उभर सकता है। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। जल्दबाजी हानिकारक रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी व्यक्ति से विवाद हो सकता है। दूसरों की अपेक्षा बढ़ेगी। कार्य में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे।
🦂वृश्चिक
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। नए कारोबारी अनुबंध होंगे। संपर्कों का लाभ लें। शत्रु परास्त होंगे। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। प्रमाद न करें।
🏹धनु
कार्यक्षेत्र में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। नए काम मिलेंगे। आय में वृद्धि होगी। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। समाजसेवा करने की इच्छा जागृत होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जल्दबाजी न करें।
🐊मकर
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। अध्यात्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। किसी मामले में विजय प्राप्त होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार अच्छा चलेगा।
🍯कुंभ
चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि की आशंका है। विवाद को बढ़ावा न दें। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। थकान व कमजोरी रह सकती है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश में जोखिम न लें। यात्रा में विशेष सावधानी रखें।
🐟मीन
राजकीय सहयोग से अटके काम पूर्ण होंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी।
*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*
राहू काल 17:08 – 18:45 अशुभ
यम घंटा 12:18 – 13:55 अशुभ
गुली काल 15:32 – 17:08 अशुभ
अभिजित 11:53 -12:44 शुभ
दूर मुहूर्त 17:02 – 17:54 अशुभ
🚩पंचक अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:52 – 07:28 अशुभ
चर 07:28 – 09:05 शुभ
लाभ 09:05 – 10:42 शुभ
अमृत 10:42 – 12:18 शुभ
काल 12:18 – 13:55 अशुभ
शुभ 13:55 – 15:32 शुभ
रोग 15:32 – 17:08 अशुभ
उद्वेग 17:08 – 18:45 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
शुभ 18:45 – 20:08 शुभ
अमृत 20:08 – 21:32 शुभ
चर 21:32 – 22:55 शुभ
रोग 22:55 – 24:18* अशुभ
काल 24:18* – 25:41* अशुभ
लाभ 25:41* – 27:04* शुभ
उद्वेग 27:04* – 28:28* अशुभ
शुभ 28:28* – 29:51* शुभ
💮होरा, दिन
सूर्य 05:52 – 06:56
शुक्र 06:56 – 08:01
बुध 08:01 – 09:05
चन्द्र 09:05 – 10:10
शनि 10:10 – 11:14
बृहस्पति 11:14 – 12:18
मंगल 12:18 – 13:23
सूर्य 13:23 – 14:27
शुक्र 14:27 – 15:32
बुध 15:32 – 16:36
चन्द्र 16:36 – 17:41
शनि 17:41 – 18:45
🚩होरा, रात
बृहस्पति 18:45 – 19:41
मंगल 19:41 – 20:36
सूर्य 20:36 – 21:32
शुक्र 21:32 – 22:27
बुध 22:27 – 23:22
चन्द्र 23:22 – 24:18
शनि 24:18* – 25:13
बृहस्पति 25:13* – 26:09
मंगल 26:09* – 27:04
सूर्य 27:04* – 27:59
शुक्र 27:59* – 28:55
बुध 28:55* – 29:51
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान———–पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 12 + 1 + 1 = 29 ÷ 4 = 1शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*💮 शिव वास एवं फल -:*
27 + 27 + 5 = 59 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभारूढ़ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले Bच धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
* लो सन्डे
* सायन ग्रीष्म ऋतु प्रारम्भ
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
त्यजेध्दर्म दयाहीनं विद्याहीनं गुरुं त्यजेत् ।
त्यजेत्क्रोधमुखीं भार्यान्निः स्नेहानबंधवांस्त्यजेत् ।।
।।चा o नी o।।
जिस व्यक्ति के पास धर्म और दया नहीं है उसे दूर करो. जिस गुरु के पास अध्यात्मिक ज्ञान नहीं है उसे दूर करो. जिस पत्नी के चेहरे पर हरदम घृणा है उसे दूर करो. जिन रिश्तेदारों के पास प्रेम नहीं उन्हें दूर करो.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: भक्तियोग अo-12
तेषामहं समुद्धर्ता मृत्युसंसारसागरात् ।,
भवामि नचिरात्पार्थ मय्यावेशितचेतसाम् ॥,
हे अर्जुन! उन मुझमें चित्त लगाने वाले प्रेमी भक्तों का मैं शीघ्र ही मृत्यु रूप संसार-समुद्र से उद्धार करने वाला होता हूँ॥,7॥,
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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