चैत्र नवरात्रि एवं हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायेँ
*संवत २०७७ शाके १९४२ प्रमादी संवत्सर में द्वादश राशि फल-*
1👌मेष-* स्वास्थ कुछ मध्यम रहेगा,विद्या व बुद्धि के प्रभाव से अनेक कार्य सिद्ध होंगे,व्यवसाय में सम्मान मिलेगा,अशुभ ग्रहों के निवारण हेतु हनुमान चालीसा,बजरंग बाण आदि का पाठ करें।
२👌*वृष-* भूमि व भवन के क्षेत्र में किया गया निवेश लाभदायी होगा,आर्थिक संसाधनों में वृद्धि होगी,संन्तान पक्ष से हर्ष का समाचार मिलेगा। शंकर भगवान को दूध चढ़ाए।
*3👌मिथुन-* राहु के प्रकोपवश वर्ष का पूर्वार्ध चिंता ,कष्ट तनावपूर्ण रहेगा,चोटपटक का भय रहेगा,परिवार में शुभ व मांगलिक कार्य होंगे, भूमि,भवन,वाहन में निवेश लाभदायी सिद्ध होगा। राहु का जपदान करना आवश्यक है।
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4👌*कर्क-* संघर्ष करने के बाद ही सफलता मिलेगी,पदोन्नति,स्थानांतरण आदि की संभवाना बनी रहेगी,घरेलू समस्या को लेकर तनाव बना रहेगा,मांस,अधिक मसालेदार भोजन से परहेज करें।
भगवान शिव की आराधना करने से व मंगल शनि का जपदान करे अशुभ निवर्त्ति हेतु।।
*5👌सिंह-* शरीर मे आलस बना रहेगा,जीवन साथी से पूर्ण सहयोग बना रहेगा,कार्य व व्यवसाय में लाभ व कर्ज मुक्ति का योग है।भगवान सूर्य नारायण को प्रतिदिन अर्घ दे।
*6👌कन्या-* अविवाहित युवक युवतियों के विवाह का योग बना रहेगा,भूमि भवन में निवेश, सोच समझकर करे,शनि के ढय्या के कारण स्वास्थ में कमजोरी,तनाव बना रहेगा। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का नित्य जाप करें।।
7👌*तुला-* स्वास्थ की दृष्टि से वर्ष मध्यम रहेगा,भूमि भवन का लाभ होगा,माता के स्वास्थ को लेकर चिंता बनी रहेगी,घर मे धार्मिक कार्य होंगे। शनि देव का जप दान करे , व ॐ शं शनेश्चराय मंत्र का जाप करें।
8👌*वृच्छिक-* लगातार आ रही परेशानियों से निजात मिलेगी,संतान पक्ष से शुभ समाचार मिलेगा,घर परिवार में तनाव की स्थिति के साथ खुशी का वातावरण बना रहेगा,शत्रु व प्रतिद्वंदी परास्त होंगे।राहु केतु के जपदान के साथ हनुमान जी की आराधना करें।
9👌*धनु-* आर्थिक संकट व जीवन साथी के साथ मतभेद रहेगा,कार्यक्षेत्र में संतुलन बनाने की आवश्यक्ता रहेगी,भूमि,भवन ,वाहन का लाभ होगा,संतान की तरफ से हर्ष का समाचार मिलेगा।शनि का जाप व दान करे।
*10👌मकर-* इस वर्ष में अनेक उपलब्धि मिलेगी,धर्म,कर्म में रुचि बनी रहेगी,राजद्वार से लाभ मिलेगा,शनि की साढ़े साती के कारण तनाव भी होगा।आर्थिक संसाधनों में वृद्धि होगी।वाहन व मशीन कार्य मे सावधानी बरते।
भगवान शिव की आराधना आवश्यक है
11👌*कुम्भ-* धनार्जन के लिए यह वर्ष उत्तम है, नौकरी व व्यवसाय में उतार चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी, स्वास्थ मध्यम रहेगा,।भगवान शिव की आराधना व राहु केतु का जपदान करे।
*12👌मीन-* घर परिवार में सुख शांति रहेगी,भूमि भवन वाहन में पूंजीनिवेश लाभदायक है,शत्रु व प्रतिद्वंदी हावी रहेंगे,जीवन साथी की तरक्की होगी।
गाय को गुड़ व केला खिलाये तथा ॐ नमः भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करे।।
👌इनकम खर्च👌*आय व्यय चक्र-*
राशि लाभ व्यय फल
1मेष ०२ ०५ लाभ
2वृष ११ ११ हानि
3मिथुन ०२ ११ रोग
4कर्क ११ ०५ सुख
5सिंह १४ ०२ यश
6कन्या ०२ ११ रोग
7तुला ११ ११ हानि
8वृछिक ०२ ०५ लाभ
9धनु १४ ०८ सुख
10मकर ०८ ११ हानि
11कुंम्भ ०८ ११ हानि
12मीन १४ ०८ सुख
*इस कामना के साथ नूतन वर्ष
👌नव संवत्सर 👌 प्रमादी(संवत २०७७,शाके १९४२)आप सभी के लिए मंगलमय आनन्द मय शुभ हो।* यही कामना के साथ25 मार्च
२५मार्च से हिन्दू नव वर्ष (संवत २०७७)प्रारम्भ हो रहा है संवत्सर का नाम 👍प्रमादी👍 है।
*👍बुध राजा* होने के कारण घर-धर में मंगल कार्य होंगे,छल कपट करने वालो का बोल बाला रहेगा,रस पदार्थो के मूल्य में वृद्धि होगी व राजनैतिक समीकरण बनने,बिगाड़ने का काम चलेगा।
*👍मंत्री चन्द्रमा के फल-* वर्षा अधिक होगी,अन्न की पैदावार अच्छी होगी।
*👍अपैट-* संवत्सर प्रतिपदा के दिन मेष,सिंह,धनु राशि वालो को व विषुवत संक्रान्ति के दिन वृष ,कन्या ,मकर राशि के लोगो को अपैट है।
*👍विषुवत संक्रान्ति चक्र-*
👍सिर-चित्रा,स्वाति,विशाखा,अनुराधा,ज्येष्ठा,मूल,पूर्वाषाढा(अर्थात कन्या राशि मे- चित्रा नक्षत्र वाले,स्वाति नक्षत्र -तुला राशि वाले, विशाखा नक्षत्र तुला व वृछिक राशि वाले,अनुराधा,ज्येष्ठा -वृच्छिक राशि वाले,मूल,पूर्वाषाढा-धनु राशि वाले इन सभी को सिर में संक्रान्ति गयी है ।
सिर संक्रान्ति के फल-भूमि,भवन,व लाभ,मान,सम्मान ।।
*👍मुख संक्रान्ति-* पूर्वाफाल्गुनी,उत्तराफाल्गुनी,हस्त(अर्थात-पूर्वाफाल्गुनी -सिंह राशि वाले,उत्तराफाल्गुनी-सिंह व कन्या, हस्त-सिर्फ कन्या राशि)इन जातकों को मुख संक्रान्ति है
मुख संक्रान्ति के फल-विद्या लाभ,प्रतोयोगिता में सफलता।।
*👍हृदय-* आद्रा नक्षत्र (मिथुन राशि)पुनर्वसु(मिथुन व कर्क)पुष्य(सिर्फ कर्क)अश्लेषा(कर्क)मघा नक्षत्र(सिंह राशि)
फल-आर्थिक संसाधनों में वृद्धि
*👍दाहिने हाथ-* कृतिका(मेष व वृष,रोहिणी(वृष राशि)मृगशिरा(वृष व मिथुन)
फल-विवाह,धनलाभ,मांगलिक कार्य
*👍बायें हाथ-* रेवती(मीन राशि)अश्वनी,भरुणी(मेष राशि)
फल-अनावश्यक भय,धनहानि,ऋणभार।
👍*दाहिने पैर-* शतभिषा(कुम्भ राशि(पूर्वाभाद्रपदा(कुम्भ,मीन राशि)उत्तराभाद्रपद(मीन राशि)
फल-व्यर्थ भ्रमण,परिश्रम,देशाटन।
👍*👌👌👍 बाये पैर-* ।।। उत्तराषाढा(धनु व मकर)श्रवण(मकर राशि)धनिष्ठा(मकर व कुम्भ राशि)👌👌
फल-शारीरिक कष्ट,अशांति,तनाव,विवाद ।।
*नोट-* जिन जातकों का जन्म उत्तराषाढा, श्रवणा,धनिष्ठा उन्हें विषुवत संक्रांति बाये पैर में है ।अतः अरिष्ट निवर्त्ति के लिए 1 गते वैशाख को धातु चांदी का पैर, चादी दही,सफेद वस्त्र, धोती चावलअन्न आदि का दान करे।।
यदि प्रभु कृपा से समय मिले तो संवत्सर प्रतिपदा के दिन आप से बात कर आपको अन्य जानकारी दी जायेगी
आप सभी मित्रो के लिए नव संवत्सर मंगलमय हो व आपके घर मे सदा सुख ,शांति,ऐश्वर्य,वैभव का वास हो ,वो आपके मन मे सदा प्रभुहरि भक्ति माँ दुर्गा की भावना प्रकाशित होती रहे।
🌺🙏🏻🌺जय श्री राधे 🙏🏻🌺