घासीटकर अंदर ले गए
बच्ची ने पुलिस को बताया था कि 4 सितंबर 2013 को स्कूल से आने के बाद वह बिल्डिंग (Building) की चौथी मंजिल पर रहने वाली अपनी दोस्त के घर खेलने गई थी. वापस लौटते समय दादा-दादी ने उसे अपने पास बुलाया और खींचकर अंदर ले गए. जहां दोनों ने उसके साथ गलत काम किया. इस हादसे के बाद बच्ची बुरी तरह डर गई थी.
बात न मानने पर मारे थप्पड़
बच्ची ने पुलिस को यह भी बताया था कि जब वह अपने घर जाने की जिद करने लगी तो दादा (87 वर्षीय आरोपी) ने उसे थप्पड़ मारे. इसके बाद दादी (81) ने उसे कसकर पकड़ लिया और उसके कपड़े उतार दिए. बच्ची को निर्वस्त्र करने के बाद आरोपियों ने बारी-बारी से उसका यौन शोषण किया. पुलिस के मुताबिक, वारदात के बाद बच्ची जैसे-तैसे अपने घर पहुंची और मां को पूरी कहानी बताई.
मदर को बताई आपबीती
बच्ची की मां ने भी अपने बयान में बताया कि उसी दिन रात 10 बजे जब वह अपनी बेटी को सुलाने गई तो बेटी ने उन्हें पूरी बात बताई. जिसके बाद महिला ने बेटी के प्राइवेट पार्ट देखे और उसे यह समझते देर नहीं लगी कि बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है. इसके बाद बच्ची के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत की, जिसके आधार पर पुलिस ने अगले ही दिन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.