Nainpur news :– स्वस्थ आयुक्त मध्यप्रदेश के आदेश की उड़ रही धज्जिया nainpur nagar सहित अन्य ब्लाकों में jila collector मण्डला की आँखों मे धूल झोक कर जिला का स्वस्थ अमला कोरोना के नाम पर लोगों की जिंदगी से खेल रहा है । जो काम सरकार और कोविड 19 की गाइड लाइन (covid-19 Guideline) के अनुसार डॉ को करना है वो काम दवाब बना के डॉ लेब टेक्नीशयन से करा रहे है जिस को लेब टेक्नीशयन ने पढा या सीखा नही न ही अनुभव है निलंबन के दबाव की कहानी बना के जिला भर के लेब टेक्नीशयन से काम कराया जा रहा है जो काम डॉ है वो लेब टेक्नीशयन कर रहा है।
जिस से सेंप्लिग सही है या नही ये भी नही कहा जा सकता है तो रिज़ल्ट सही है या गलत कह नही सकते ये बात हम नही बोल रहे इस न्यूज़ के साथ सत्य प्रमाणित कापी सेंड कर रहे है ( यहाँ देखे) कोरोना की जांच के लिये डॉ अधिकृत है न की लैब टेक्नीशयन ????? ।।
लेब टेक्नीशयन का काम सिर्फ मदद करना है डॉ को।।रेपिड एंटीजन किट से 10 दिन से ज्यादा हो गए जांच चल रही है वो जांच गहराई से होती है जो नाक से कान तक होती है उस मे बिना प्रशिक्षत लैंब टेक्नीशयन क्या जांच करेगा इस जांच में नाक कान दोनो ही सवेंदन शील होते है । इस से मरीज की जान तक जा सकती है।।। इस विषय मे हम एक डॉ का दायित्व क्या है नियम क्या बोल रहा है ये आदेश की कापी सहित बता रहे है वो ये है की होस्पिटल के फीवर क्लिनिक में आने वाले हर रोगियों की जांच उपचार व प्रबधंन करना,कोविड 19 सन्दिग्ध रोगियों की रेपिड एंटीजन किट से टेस्टिंग करना।।वही लेब में लेब टेक्नीशयन को डॉ को कोविड 19 की सन्दिग्ध रोगियों की रेपिड एंटीजन किट से टेस्टिंग में मदद करना,और निर्धारित मार्गदशिका के अनुसार सेम्पल के लेवलिंग पेकिंग और कोल्ड चेन में सधारित करते हुए निर्धारित लेब तक भेजने की व्यवस्था करना,ये दोनों के अलग अलग काम है पर लेब टेक्नीशयन को दवाब बना के ये जांच कराई जा रही है 10 दिन से जितने भी रोगियों की जांच हुई है नैनपुर होस्पिटल में वो डॉ ने की है या लैंब टेक्नीशयन ने ये बात बयानों में रोगी बता देंगे।।
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आज नैनपुर होस्पिटल में इसी बात को लेकर बी एम ओ नैनपुर और 1 लैंब टेक्नीशयन की बेहद बहस हुई उस को निलंबन तक और सी एम एच ओ मण्डला (CMHO mandla) से बात करने को बोला गया और इस तरह एक कर्मचारी को मानसिक प्रताडना दी जा रही है।।और जबरन वो काम लिया जा रहा है जो उस को बनता ही नही है।।न ही सरकार के आदेश है।।आप जान मूझ कर वो गल्ती कर रहे है जिस का आदेश ही नही है और लोगो की जब जांच सेम्पल सही नही जायेगी तो रिज़ल्ट क्या सही आयेगा जो महज आधा घटें में रिज़ल्ट दे रही है।।
मोटी वेतन लेकर डॉ क्या कर रहे है
बड़ा सवाल मोटी वेतन लेकर डॉ क्या कर रहे है जब डॉ का काम लेब टेक्नीशयन कर रहा है तो । उस से एक और मरीज की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है दूसरी और डॉ काम चोरी कर रहे है ऐसे जांच सिर्फ मंडला जिला में हो रही है नही तो अन्य जिला में ये जांच डॉ कर रहे है।।।।बता दे मंडला जिले में covid 19 की जांच रेपिड एंटीजेन किट से प्रारम्भ हो चुकी है जनसामान्य में इसके रिजल्ट को लेकर भारी शंका कुशका है क्योंकि शासन के निर्देशानुसार रेपिड एंटीजेन टेस्ट हेतु नाक से नमूना एकत्र करने का दायित्व चिकित्सा अधिकारी को सोपा गया है लेकिन शासन के नियमो की अनदेखी करते हुए बी एम् ओ नैनपुर (BMO nainpur) जिन कर्मचारियों ने कभी एनाटोमी व फिजियोलॉजी पढ़ी नही है उनसे नाक से नमूना एकत्र कर जांच करवा रहे है जिसके कारण जांच परिणाम को लेकर सन्देह जनमानस में है। यदि चिकित्सा अधिकारी स्वयं सेम्पल ले तो जांच के रिजल्ट सही आयेंगे ओर संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा।और ये जन हित मे भी अच्छा होगा(mandla collector) जिला कलेक्टर मण्डला हर्षिका जी नियम का पालन करने हेतू जन हित ने स्वस्थ अमले को आदेशित करेगी ।
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ऐसी जन मांग नैनपुर नागरिक मंच ने की है। आज से 7 दिन पूर्व भी एस डी एम का आदेश है कह कर बी एम ओ नैनपुर (BMO nainpur) ने देर शाम 1 व्यक्ति का लैब टेक्नीशयन से सेंप्लिग कराई जिस पर जब एस डी एम से पूछा गया तो आप ने मना कर दिया की ऐसे कोई आदेश मेने नही दिए।। वही कल 4 लैब टेक्नीशन एस डी एम से मिल के अपनी बात रखने वाले है की जो काम हम से लिये जा रहा है वो हमारा नही है llआदेश डॉ के नाम पर आए है काम लैब टेक्नीशयन से लिये जा रहे है कल के दिन किसी के साथ कोई घटना हो जाये तो जीमेदार कौन होगा ।
” दीपक शर्मा ग्राउंड जीरो से खबर “