मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क में बारिश के बाद सैलानी एक बार फिर कान्हा नेशनल पार्क के बाघों के साथ वन्य जीवों का दीदार कर सकेंगे। मानसून काल खत्म होने के साथ ही पार्क खोले जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। 10 दिन बाद अक्टूबर से कान्हा नेशनल पार्क के दो गेट किसली और मुक्की सैलानियों के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं शेष दो गेट सरही और कान्हा 15 अक्टूबर तक खोले जाने की तैयारी की जा रही है। बारिश रुकने के बाद पार्क के अंदर के मार्गों की मरम्मत की जा रही है। बारिश से मार्ग व पुलिस क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। सैलानियों की सुविधा के लिए मार्ग व पुलिया को दुरस्त किया जा रहा है।
अब 1 अक्टूबर से गेट खोलने की तैयारी
वर्ष 2020 में सैलानियों को कान्हा घूमने का मौका कम ही मिला। कोरोना संक्रमण के चलते वायरस से बचाव के लिए उठाए गए कदमों के अंतर्गत 20 मार्च से कान्हा नेशनल पार्क को भी सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया था।कोरोना काल में राहत देते हुए शासन 16 जून से 30 जून तक के लिए कान्हा नेशनल पार्क के गेट खोलने की अनुमति दी थी। इन 15 दिनो तक कोरोना संक्रमण से बचाव करते हुए सैलानियों को भ्रमण कराया गया। अब एक बार फिर एक अक्टूबर से गेट खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
पार्क प्रबंधन कोरोना काल मे सतर्क
खास बात यह है कि कोरोना काल के बीच पार्क प्रबंधन द्वारा कोविड-19 से बचाव सहित सभी तैयारियों को अंजाम देना है। पर्यटकों को प्रवेश के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई है।
गाइडों को मिला प्रशिक्षण
कान्हा पार्क खोलने के बीच गाइडों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। ताकि कोरोना संक्रमण के समय खुद भी सुरक्षित रहते हुए सैलानियों को भी सुरक्षित रख सकें। जिसके लिए 178 गाइडों को 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। कान्हा पार्क खुलने के पूर्व आसपास के रिसोर्ट व होटलों में भी तैयारी शुरू कर दी गई है। कोरोना संक्रमण और फिर मानसून के कारण होटल, रिसोर्ट व ढाबा संचालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। गेट खुलेने से उन्हें काफी राहत मिलेगी। वहीं 235 जिप्सी के चालकों को भी रोजगार मिल सकेगा।